बैडमिंटन के नियम (Badminton Rules)
बैडमिंटन के नियम (Badminton Rules) को समझना आसान है और यह खेल तेजी और कुशलता का प्रदर्शन करता है। नीचे बैडमिंटन के प्रमुख नियम दिए गए हैं:
1. कोर्ट और उपकरण
- कोर्ट का आकार:
- एकल खेल: 13.4 मीटर लंबा और 5.18 मीटर चौड़ा।
- युगल खेल: 13.4 मीटर लंबा और 6.1 मीटर चौड़ा।
- नेट की ऊंचाई: 1.55 मीटर (साइड पोस्ट पर) और केंद्र में 1.524 मीटर।
- शटलकॉक्स: प्राकृतिक या सिंथेटिक सामग्री से बना होता है।
- रैकेट: हल्का और सुविधाजनक।
2. खेल प्रारूप
- स्कोरिंग प्रणाली:
- प्रत्येक मैच 3 गेम का होता है।
- प्रत्येक गेम में 21 अंक (रैली प्वाइंट सिस्टम) होते हैं।
- यदि दोनों खिलाड़ी/टीम 20-20 पर पहुँच जाएँ, तो 2 अंकों की बढ़त जरूरी है। 30 अंक पर गेम खत्म हो जाता है।
- सेवा: सेवा देने का क्रम और स्थान खिलाड़ियों की स्थिति और स्कोर पर निर्भर करता है।
3. सेवा के नियम
- सेवा हमेशा नीचे की ओर (कमर के नीचे) से दी जाती है।
- सेवा डायलगोनल (तिरछे) कोर्ट में दी जानी चाहिए।
- सेवा देते समय शटल नेट के ऊपर से पार होनी चाहिए।
4. अंक कैसे मिलते हैं
- जब विपक्षी खिलाड़ी शटल को नेट में मारता है या बाहर गिरा देता है।
- जब विपक्षी सेवा या रैली के दौरान कोई गलती करता है।
- यदि विपक्षी खिलाड़ी कोर्ट में शटल को सही तरीके से रिटर्न नहीं कर पाता।
5. फॉल्ट्स (गलतियां)
- शटल नेट में फंस जाए या नेट को पार न करे।
- शटल कोर्ट के बाहर गिरे।
- सेवा के दौरान गलत पोजीशन हो।
- खेलते समय खिलाड़ी का रैकेट या शरीर नेट को छू ले।
6. खिलाड़ियों की पोजीशन
- एकल खेल में खिलाड़ी अपने कोर्ट के अंदर रहते हैं।
- युगल खेल में दोनों साथी अपने हिस्से को कवर करते हैं और एक साथ सेवा नहीं कर सकते।
7. पॉइंट्स की गिनती और बदलाव
- हर अंक के बाद, सेवा देने वाले खिलाड़ी या टीम की पोजीशन बदल जाती है।
- गेम जीतने के लिए, खिलाड़ियों को विरोधी से कम से कम 2 अंक ज्यादा बनाना जरूरी है।
बैडमिंटन एक मनोरंजक और फिटनेस बढ़ाने वाला खेल है। यह खेल तेज़ गति, रणनीति, और सहनशक्ति पर आधारित होता है।